Manoj Krishnan

नवरस

350.00

नवरस काव्य संकलन में जीवन से जुड़े नौ रसों (श्रृंगार, करुणा , हास्य, रौद्र, वीर, भयानक, वीभत्स, अद्भुत, और शांत रस)के भाव को शब्दों में पिरोकर कविता के रूप में पाठकों के सम्मुख पेश किया गया है। आशा है कि पाठकों को ये कविताएँ पसंद आएँगी।

वो रंग प्यार के थे

300.00

About the Book:

“वो रंग प्यार के थे” दिल को छू लेने वाली भावनाओं की अभिव्यक्ति है जिसे लेखक ने शब्दों के माध्यम से आपके समक्ष प्रस्तुत किया है। इस संकलन की कविताएं जीवन के अनकहे एहसासों, गहरे अनुभवों और लेखक की कल्पनाओं का सम्मिश्रण हैं जो पाठकों को अवश्य पसंद आएगी।

About the Author:

मनोज कृष्णन एशियन लिटरेरी सोसाइटी (एएलएस) के संस्थापक हैं जो दुनिया भर के हजारों पाठकों, लेखकों और कवियों का समुदाय है। वह “कनिष्का” उपन्यास, कविता संग्रह-“द फ्रेगरेंस ऑफ नेचर एंड लव”, “इन्चेंटिंग कोरिया”, “सांग ऑफ़ साइलेंस”, “मैं शिव बन जाऊँगा”, “नागमणि दर्शन”, एवं “वो धुआं कुछ रौशन था” के लेखक हैं। उन्होंने कविताओं और लघु कथाओं की तीस से अधिक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संकलनों का संपादन किया है।

Song of Silence

300.00

“Song of Silence” is a fragrant bouquet of soulful verses inked by Manoj Krishnan. These heart-touching poems express the entire spectrum of human emotions. These delicate tapestries of words have been hued in the pleasant fragrance of poise, elegance, and thoughtfulness.

Manoj Krishnan’s “Song of Silence” is a splendid collection of exquisite poems that would hold the readers’ hearts and souls spellbound with its enchanting beauty.